पत्र एवं पत्रकारिता
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वाक् (त्रैमासिक) -10सुधीश पचौरी
मूल्य: Rs. 75 वाक् (त्रैमासिक) -10 आगे... |
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वाक् (त्रैमासिक) -9सुधीश पचौरी
मूल्य: Rs. 75 वाक् (त्रैमासिक) -9 आगे... |
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वाक् (त्रैमासिक) -7सुधीश पचौरी
मूल्य: Rs. 75 वाक् (त्रैमासिक) -7 आगे... |
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वाक् (त्रैमासिक) -6सुधीश पचौरी
मूल्य: Rs. 60 वाक् (त्रैमासिक) -6 आगे... |
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वाक् (त्रैमासिक) -5सुधीश पचौरी
मूल्य: Rs. 75 वाक् (त्रैमासिक) -5 आगे... |
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वाक् (त्रैमासिक) -4सुधीश पचौरी
मूल्य: Rs. 75 वाक् (त्रैमासिक) -4 आगे... |
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वाक् (त्रैमासिक) -3सुधीश पचौरी
मूल्य: Rs. 75 वाक् (त्रैमासिक) -3 आगे... |
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वाक् (त्रैमासिक) -2सुधीश पचौरी
मूल्य: Rs. 75 वाक् (त्रैमासिक) -2 आगे... |
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वाक् (त्रैमासिक) -1सुधीश पचौरी
मूल्य: Rs. 75 वाक् (त्रैमासिक) -1 आगे... |
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समकालीन वैश्विक पत्रकारिता में अख़बारप्रांजल धर
मूल्य: Rs. 350 समकालीन वैश्विक पत्रकारिता में अख़बार आगे... |
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मीडिया का यथार्थरतन कुमार पाण्डेय
मूल्य: Rs. 225 मीडिया का यथार्थ आगे... |
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प्रेस विधि एवं अभिव्यक्ति स्वातंत्र्यहरबंश दीक्षित
मूल्य: Rs. 250
प्रेस विधि एवं अभिव्यक्ति स्वातंत्र्य आगे... |
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हिन्दी पत्रकारिता का वृहद् इतिहासअर्जुन तिवारी
मूल्य: Rs. 550 हिन्दी पत्रकारिता का वृहद् इतिहास आगे... |
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पत्रकारिता इतिहास और प्रश्नकृष्णबिहारी मिश्र
मूल्य: Rs. 250 पत्रकारिता इतिहास और प्रश्न आगे... |
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समकालीन पत्रकारिता मूल्यांकन और मुद्देराजकिशोर
मूल्य: Rs. 250 समकालीन पत्रकारिता मूल्यांकन और मुद्दे आगे... |
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टेलीविजन और क्राइम रिपोर्टिंगवर्तिका नंदा
मूल्य: Rs. 500 यह पुस्तक मीडिया जगत की सूक्ष्म और बारीक चीजों को भी पाठकों तक पहुंचाएगी। आगे... |
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स्वातंत्रयोत्तर हिंदी के विकास में कल्पना के दो दशकशशिप्रकाश चौधरी
मूल्य: Rs. 500 प्रस्तुत अनुसंधान 'कल्पना' के सन् 1949 से 1969 तक के अंकों पर आधारित है। आगे... |
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सूचना का अधिकारविष्णु राजगढ़िया, अरविंद केजरीवाल
मूल्य: Rs. 175
राजनेता और नौकरशाह हतप्रभ हैं कि इस कानून ने आम नागरिक को लगभग तमाम ऐसी चीजों को देखने, जानने, समझने, पूछने की इजाजत दे दी है, जिन पर परदा डालकर लोकतंत्रा को राजशाही अंदाज में चलाया जा रहा था। आगे... |
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मिटता भारत बनता इंडियाशशि शेखर
मूल्य: Rs. 600 उदारीकरण की आँधी में मिटते भारत और बनते इंडिया की गूँज अगर सुननी हो तो शशि शेखर की इस पुस्तक के इन लेखों को पढ़ जाइए। आगे... |
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लुटियन के टीले का भुगोलप्रभाष जोशी
मूल्य: Rs. 450
लुटियन के टीले का भूगोल’ में प्रभाष जोशी के वे लेख संकलित किए गए हैं जिनके केन्द्र में हैं राजनीतिक दल और उनसे जुड़े राजनीतिज्ञ तथा लोकतन्त्र को कायम रखनेवाली संस्थाएँ। आगे... |
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खेल सिर्फ खेल नहीं हैप्रभाष जोशी
मूल्य: Rs. 450
खेल सचमुच एक अनुशासन है जो मनुष्य को पूरा बनाता और प्रकट करता है।“ आगे... |
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कसौटी पर मीडियामुकेश कुमार
मूल्य: Rs. 450 इन लेखों में एक चिंता साफ़ दिखाई देती है कि खबर जो भी हो मीडिया अक्सर असल मुद्दे से हटकर, उसे भावुकता की चाशनी में डुबाकर उन्माद पैदा करने की कोशिश करता है। आगे... |
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कहने को बहुत कुछ थाप्रभाष जोशी
मूल्य: Rs. 750
प्रभाष जोशी की इस पुस्तक में उनके सम्पूर्ण लेखन से चुनकर प्रतिनिधि लेखों का संग्रह किया गया है। आगे... |
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जीने के बहानेप्रभाष जोशी
मूल्य: Rs. 550
प्रभाष जोशी ने ‘जीने के बहाने’ में अपने समय के चर्चित व्यक्तित्वों के चरित्र और विचार का दो टूक विश्लेषण किया है। आगे... |
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जब तोप मुकबिल होप्रभाष जोशी
मूल्य: Rs. 400
पुस्तक में प्रभाष जोशी के पत्रकारिता और मीडिया के दूसरे माध्यमों से सम्बन्धित लेखों के अलावा भाषा, अर्थ, जगत और महिलाओं से जुड़े लेख संकलित हैं। आगे... |
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धन्न नरबदा मैया होप्रभाष जोशी
मूल्य: Rs. 600
इनमें पर्यावरण और संस्कृति के मेरे सरोकार हैं और कुछ यात्रा विवरण हैं, जो यात्रा वृत्तान्त की तरह नहीं अपनी अन्तर्यात्रा में अपनी तलाश के किस्से हैं। आगे... |
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वेब पत्रकारिता : नया मीडिया नये रुझानशालिनी जोशी, शिवप्रसाद जोशी
मूल्य: Rs. 395
किताब वेब मीडिया के छात्रों और प्रशिक्षुओं को इस माध्यम की बारीकियों के बारे में बताते हुए लिखी गई है आगे... |
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तूफानों के बीचरांगेय राघव
मूल्य: Rs. 200
‘तूफानों के बीच’ रांगेय राघव का मार्मिक रिपोर्ताज है। आगे... |
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टेलीविजन की भाषाहरीश चन्द्र बर्णवाल
मूल्य: Rs. 695
लेखक के अनुभव और कई साल तक शौकिया तौर पर लिखे गए नोट पुस्तक का आधार हैं, लिहाजा विविधता के स्तर पर यह पुस्तक समृद्ध है और छात्रों के लिए उपयोगी। आगे... |
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संवाद समिति की पत्रकारिताकाशीनाथ गोविंदराव जोगलेकर
मूल्य: Rs. 250 संवाद समितियाँ-संवाद एजेंसियाँ कम खर्च में व्यापक क्षेत्र से विश्वसनीय समाचार एकत्र करने के महत्त्वपूर्ण माध्यम हैं आगे... |
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समाचार संपादनकमल दीक्षित, महेश दर्पण
मूल्य: Rs. 495
विश्वास है कि सम्पादक बनने के सपने को मूर्त रूप देने में बहुत सारे लागों के लिए यह पुस्तक पाथेय सिद्ध होगी। आगे... |
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समाचार पत्र प्रबंधनगुलाब कोठारी
मूल्य: Rs. 250 वैश्वीकरण की अदम्य आँधी ने समाचार-पत्रों को भी एक बाजार की वस्तु का रूप ग्रहण करने के लिए बाध्य कर दिया है आगे... |
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राकेश और परिवेश: पत्रों मेंजयदेव तनेजा
मूल्य: Rs. 500 यहाँ केन्द्र में राकेश हैं और परिधि पर उनके समकालीन आगे... |
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रेडियो वार्ता शिल्पसिद्धनाथ कुमार
मूल्य: Rs. 150 ‘रेडियो वार्ता शिल्प’ अपने विषय की हिन्दी में प्रथम पुस्तक है और आगे... |
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पत्रकारिता में अनुवादजितेंद्र गुप्त, प्रियदर्शन, अरुण प्रकाश
मूल्य: Rs. 250 अनुवाद की कला कठिन है क्योंकि दो भिन्न भाषाओं की अभिव्यक्ति शैली भी भिन्न होती है आगे... |
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मुसकान का मदरसाजगमोहन सिंह राजपूत, सरला राजपूत
मूल्य: Rs. 450
लेखक-द्वय ने प्राथमिक शिक्षा को अपने चिंतन का केंद्रीय बिंदु बनाते, हुए शिक्षा के पूरे परिदृश्य को समझने और विश्लेषित करने का प्रयास किया है आगे... |
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मीडिया जनतंत्र और आतंकवादसुधीश पचौरी
मूल्य: Rs. 250 ग्यारह सितम्बर की सुबह दो अमेरिकी टॉवरें ही नहीं गिरीं, मीडिया की ‘बाइनरी’ यानी ‘विलोमवाची मीडिया’ टावरें भी गिर गईं आगे... |
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मीडिया और बाजारवादसं. रामशरण जोशी
मूल्य: Rs. 350 मानव समाज भाव से नहीं चल सकता, मूल्य से ही चल सकता है आगे... |
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खेल पत्रकारितासुशील दोशी और सुरेश कौशिक
मूल्य: Rs. 160 खेल अपने आप में तो दिलचस्प होता ही है परन्तु समाचारपत्रों में उसकी प्रस्तुति उसे और अधिक दिलचस्प या सामान बना देती है। आगे... |
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फीचर लेखन: स्वरूप और शिल्पमनोहर प्रभाकर
मूल्य: Rs. 250 इस पुस्तक के जरिये फीचर लेखन के कौशल को सरल ढंग से पेश करने की कोशिश की गई है आगे... |
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चाँद: फाँसी अंकनरेशचंद्र चतुर्वेदी
मूल्य: Rs. 699
मान्यता है कि इस अंक के बहुत-से लेख सरदार भगत सिंह ने छद्म नामों से लिखे थे, इसलिए कहा जा सकता है कि तत्कालीन स्वाधीनता-संग्राम से जुड़े अनेक देशभक्त वीर भी इस अंक की प्रकाशन-प्रक्रिया से संबद्ध थे। आगे... |
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भोजपुरी संस्कार गीत और प्रसार माध्यमशैलेश श्रीवास्तव
मूल्य: Rs. 350 शैलेश जी ने लुप्त होते लोकगीतों को सुरक्षित रखने और इनके संरक्षण हेतु स्तुतनीय प्रयास किया है आगे... |
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आंचलिक संवाददातासुरेश पंडित
मूल्य: Rs. 150 |
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यशपाल का विप्लवयशपाल
मूल्य: Rs. 600 यशपाल एक व्यक्ति नहीं, आन्दोलन थे और ‘विप्लव’ इस आन्दोलन का उद्घोष। आगे... |
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सिर्फ पत्रकारिताअजय कुमार सिंह
मूल्य: Rs. 500 यह पुस्तक पत्रकारिता के क्षेत्र में युवा समुदाय की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर लिखी गयी है आगे... |
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संचार भाषा हिन्दीसूर्यप्रसाद दीक्षित
मूल्य: Rs. 350 इस कृति में प्रथम बार संचार भाषा रूप में हिन्दी का अनुप्रयोग स्पष्ट किया गया है आगे... |
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पत्रकारिता के नये आयामएस के दुबे
मूल्य: Rs. 180 परस्पर विरोधी विचारों को समर्थन-विरोध प्रणाली से तौलते हुए तत्व की बाते तथ्य सहित पाठकों के सामने लाना पत्रकार कर्म की सफलता है आगे... |
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पत्रकारिता: परिवेष और प्रवृत्तियाँपृथ्वीनाथ पाण्डेय
मूल्य: Rs. 450 डॉ. पृथ्वीनाथ पाण्डेय अपनी इस कृति में पत्रकारिता की परिवेश-प्रवृत्तियों पर सांगोपांग और समीचीन प्रकाश डालते हुए अपनी वस्तुपरक दृष्टि का सम्यक् परिचय दिया है आगे... |
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इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिताअजय कुमार सिंह
मूल्य: Rs. 600 यह पुस्तक विशेष रूप से टेलीविजन, रेडियो, फोटोग्राफी, फिल्म एवं इण्टरनेट के क्षेत्र में कदम रखनेवाले युवा पत्रकारों को ध्यान में रखकर लिखी गयी है आगे... |
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प्रभाष पर्वप्रभाष जोशी
मूल्य: Rs. 600
प्रभाष पर्व आगे... |