चर्चित पुस्तकें
माटी हो गयी सोनाकन्हैयालाल मिश्रमूल्य: Rs. : 60 सहज, सरस संस्मरणात्मक शैली में लिखी गयी प्रभाकर जी की रचनाएं आगे... |
वे दिननिर्मल वर्मामूल्य: Rs. : 250 इस उपन्यास के पात्र, निर्मलजी के अन्य कथा-चरित्रों की ही तरह सबसे पहले व्यक्ति है, लेकिन मनुष्य के तौर पर वे कहीं भी कम नहीं हैं बल्कि बढ़कर हैं, किसी भी मानवीय समाज के लिए उनकी मौजूदगी अपेक्षित मानी जायगी उनकी पीड़ा और उस पीड़ा को पहचानने, अंगीकार करने की उनकी इच्छा और क्षमता उन्हें हमारे मौजूद असहिष्णु समाज के लिए मूल्यवान बनाती है। आगे... |
||
अंतरिक्ष में विस्फोटजयंत विष्णु नारलीकरमूल्य: Rs. : 75
एक वैज्ञानिक उपन्यास... आगे... |
समय साक्षी हैहिमांशु जोशीमूल्य: Rs. : 150 हिन्दी का अपने ढंग पर आधारित एक राजनीतिक उपन्यास.... आगे... |