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ग्यारह लम्बी कहानियाँ

निर्मल वर्मा

प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशित वर्ष : 2008
पृष्ठ :334
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 119
आईएसबीएन :9788126330546

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हिन्दी के यशस्वी कथाकार निर्मल वर्मा की ग्यारह लम्बी कहानियों का संग्रह। निर्मल जी की कहानियाँ अक्सर सोचती हुई सी ( रिफ्लेक्टिव) कहानियाँ होती हैं।

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