कहानी संग्रह >> प्रतिनिधि कहानियाँ: मन्नू भंडारी प्रतिनिधि कहानियाँ: मन्नू भंडारीमन्नू भंडारी
|
0 |
मन्नू भंडारी की ये कहानियाँ कहानी-कला के अपने तकाजों और चुनौतियों से बेबाक भाषा में जूझती हुई सामाजिक सरोकार की भी कहानियाँ हैं और आज के अर्धसामन्ती-अर्धपूँजीवादी समाज में नारी के उभरते व्यक्तित्व, सम्बन्धों के बदलते स्वरूप और उसके संघर्षों को रेखांकित करती हैं।
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined offset: 1
Filename: books/book_info.php
Line Number: 553
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book