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हास्य-व्यंग्य >> सेठ बांकेमल

सेठ बांकेमल

अमृतलाल नागर

प्रकाशक : राजपाल एंड सन्स प्रकाशित वर्ष : 2011
पृष्ठ :112
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 7112
आईएसबीएन :9788170285564

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चुटीले व्यंग्य और विनोदी लहजे की अप्रतिम रचना...

Seth Bankemal - A hindi book - by Amritlal Nagar

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

‘सेठ बांकेमल’ हिंदी में चुटीले व्यंग्य और विनोदी लहजे की अप्रतिम रचना है। इसके लेखक अमर कथाशिल्पी अमृतलाल नागर हैं और उनके कृतित्व में इसकी अलग ही हैसियत है। आगरे की बोली में लिखी गई इस हास्य-व्यंग्य कृति में सेठ बांकेमल नाम के एक ऐसे विनोदी, किंतु वाक् चतुर चरित्र को केन्द्रीय भूमिका में उतारा गया है, जिसके पास जीवन के विविध क्षेत्रों के अनूठे अनुभव और चीजों को देखने की गहरी-पैनी दृष्टि है। डॉ. रामविलास शर्मा जैसे चोटी के आलोचकों द्वारा प्रशंसित, नागरजी की यह रचना हिन्दी साहित्य की अविस्मरणीय घटना है।

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