नारी विमर्श >> छिन्नमस्ता छिन्नमस्ताप्रभा खेतान
|
7 पाठकों को प्रिय 357 पाठक हैं |
नारी विमर्श की प्रखर चिंतक और उपन्यासकार प्रभा खेतान का यह चर्चित उपन्यास स्त्री के शोषण, उत्पीड़न और संघर्ष का जीवन्त दस्तावेज है।
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined offset: 1
Filename: books/book_info.php
Line Number: 553
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book