लेखक:
आलोक पुराणिक
जन्म : 30 सितम्बर, 1966, आगरा। शिक्षा : एम.कॉम., पी-एच.डी.। ‘अमर उजाला’, ‘राष्ट्रीय सहारा’, ‘नवभारत टाइम्स’, ‘जागरण’, ‘उदय पत्रिका’, ‘दैनिक नवज्योति’, ‘दैनिक ट्रिब्यून‘, ‘स्वतंत्र वार्ता’, ‘सेंटिनल’, ‘लोकमत समाचार’, समेत कई पत्र-पत्रिकाओं में नियमित व्यंग्य-लेखन। प्रमुख कृतियाँ : ‘बालम, तू काहे न हुआ एन.आर.आई.’, ‘नेकी कर, अख़बार में डाल’, ‘ह्वाइट हाउस में रामलीला’, ‘छिछोरेबाज़ी का रिजोल्यूशन’। दिल्ली विश्वविद्यालय के एक कॉलेज में अध्यापन। ई-मेल: alokpuranik@yahoo.com |
|
नेकी कर, अखबार में डालआलोक पुराणिक
मूल्य: $ 6.95 कोई वक्त रहा होगा, जब नेकी दरिया में डाली जाती थी। कोई वक्त रहा होगा, जब साधु-संत प्रवचन करते थे आगे... |
|
बालम तू काहे न हुआ एन.आर.आई.आलोक पुराणिक
मूल्य: $ 5.95
अगर सुदामा परदेश नहीं जाते, तो क्या इतने फेमस हो पाते ? नहीं। बालम, तू काहे न हुआ एन. आर. आई. आलोक पुराणिक का नया व्यंग्य संग्रह है। आगे... |
|
व्हाइट हाउस में रामलीलाआलोक पुराणिक
मूल्य: $ 16.95
समसामयिक जीवन और समाज के विभिन्न पक्षों पर तीखी निगाह से दृष्टिपात करते ये व्यंग्य-लेख निश्चय ही पाठकों को लम्बे समय तक याद रहेंगे। आगे... |