लेखक:
नीरज दइया
नीरज दइया (जन्म : 1968) : राजस्थानी और हिंदी में विभिन्न विधाओं में विगत तीन दशकों से सृजनरत, दो दर्ज़न से अधिक पुस्तकें प्रकाशित, जिनमें प्रमुख हैं – उचटी हुई नींद, पंच काका के जेबी बच्चे, कागद की कविताई, राजस्थानी कहानी का वर्तमान (हिंदी), आलोचना रै आंगणे, देसूंटो; पाछो कुण आसी, मंडाण, बिना हासलपाई (राजस्थानी) आदि। राजस्थानी भाषा के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार एवं बाल साहित्य पुरस्कार से सम्मानित। राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर के अनुवाद पुरस्कार सहित अनेक पुरस्कारों-सम्मानों से अलंकृत श्री दइया केंद्रीय विद्यालय संगठन में पी.जी.टी. (हिंदी) के पद पर सेवारत हैं। |
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