लेखक:
प्रगति गुप्ता
जन्म : 23 सितंबर, 1966 आगरा। शिक्षा : एम.ए. आगरा विश्वविद्यालय, आगरा। कार्यक्षेत्र : लेखन व मरीजों की काउंसिलिंग। साहित्यिक उपलब्धियाँ : गगनांचल, मधुमती, नई धारा, साहित्य अमृत, अक्षरा, कथा-बिम्ब, साहित्य- परिक्रमा, राग-भोपाली, राजभाषा विस्तारिका, लमही, कथा-क्रम, हिन्दुस्तानी जुबान, अमर उजाला, राजस्थान पत्रिका, दैनिक जागरण, दैनिक ट्रिब्यून, दैनिक नवज्योति, पुरवाई...जैसी दर्जनों प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में निरंतर प्रकाशन व अनुवाद। आकाशवाणी से कहानी और कविताओं का नियमित प्रसारण। प्रकाशित कृतियाँ : ‘तुम कहते तो’ 2001, ‘शब्दों से परे’ 2018, ‘सहेजे हुए अहसास’ 2018, ‘अनुभूतियाँ प्रेम की’ (संपादन), ‘मिलना मुझसे’ 2019, ‘सुलझे...अनसुलझे !, 2019, माँ ! तुम्हारे लिए’ 2020, भेद 2020, ‘पूर्ण-विराम से पहले’ 2021। सम्मान और पुरस्कार : ‘श्री वासुदेव प्रसाद खरे स्मृति पुरस्कार’, ‘अदबी उड़ान काव्य साहित्य पुरस्कार’, ‘साहित्य सृजन सेवा पदक’, ‘डॉ. कुमुद टिक्कू कहानी प्रतियोगिता’, ‘साहित्य सारंग’ व ‘समाज रत्न’ आदि। संपर्क : 58, सरदार क्लब स्कीम, जोधपुर-342011 |
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