लेखक:
रतिलाल बोरीसागर
रतिलाल बोरीसागर (1938-2022 ) प्रख्यात गुजराती व्यंग्यकार समालोचक और संपादक रहे हैं। स्नातकोत्तर तथा पी-एच.डी. की उपाधियाँ प्राप्त कीं। अंग्रेजी, हिंदी व संस्कृत भाषाओं का ज्ञान। वर्ष 1955 से लेखन प्रारंभ किया। आपकी कृतियों में प्रमुख हैं – आनंदलोक, भजआनंदम, त्रण अठवाडिया अमेरिका-मा (व्यंग्य-लेखन), रमनभाई नीलकंठ, गुजराती प्रतिकाव्यो (समालोचना), महाभारत ना प्रसंगो (बच्चों के लिए) आदि। आपको ज्योतींद्र दवे हास्य पारितोषिक, गुजरात साहित्य अकादमी पुरस्कार, घनश्यामदास सरल सर्वोत्तम साहित्य पुरस्कार, साहित्य अकादेमीं पुरस्कार प्राप्त हुए। 1974 से 1999 तक प्राइमरी, सेकेंडरी और कॉलेज स्तर तक अध्यापन। आप 1974 से 1995 तक गुजरात राज्य स्कूल पाठ्य पुस्तक मंडल के अकादमिक सचिव रहे, 1995 से 1998 तक मंडल के उपनिदेशक भी रहे। |
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मौज में रहेंरतिलाल बोरीसागर
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