लेखक:
रवीन्द्र कालिया
जन्म : 11 नवम्बर, 1939
शिक्षा :एम. ए. (हिन्दी) हिंदी साहित्य में रवींद्र कालिया की ख्याति उपन्यासकार, कहानीकार और संस्मरण लेखक के अलावा एक ऐसे बेहतरीन संपादक के रूप में है, जो मृतप्राय: पत्रिकाओं में भी जान फूंक देते हैं. रवींद्र कालिया हिंदी के उन गिने-चुने संपादकों में से एक हैं, जिन्हें पाठकों की नब्ज़ और बाज़ार का खेल दोनों का पता है. 11 नवम्बर, 1939 को जालंधर में जन्मे रवीन्द्र कालिया हाल ही में भारतीय_ज्ञानपीठ के निदेशक पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, उन्होंने ‘नया ज्ञानोदय’ के संपादन का दायित्व संभालते ही उसे हिंदी साहित्य की अनिवार्य पत्रिका बना दिया। प्रकाशित कृतियाँ : कथा संग्रह- नौ साल छोटी पत्नी, गरीबी हटाओ, गली कूंचे, चकैया नीम, सत्ताइस साल की उमर तक, ज़रा सी रोशनी संस्मरण- स्मृतियों की जन्मपत्री, कामरेड मोनालिसा, सृजन के सहयात्री, गालिब छुटी शराब उपन्यास- खुदा सही सलामत है, ए.बी.सी.डी., 17 रानडे रोड व्यंग्य संग्रह- नींद क्यों रात भर नहीं आती, राग मिलावट माल कौंस कहानी संकलन- रवीन्द्र कालिया की कहानियाँ, दस प्रतिनिधि कहानियाँ, इक्कीस श्रेष्ठ कहानियाँ पुरस्कार/सम्मान : उ.प्र. हिंदी संस्थान का प्रेमचंद स्मृति सम्मान, म.प्र. साहित्य अकादमी द्वारा पदुमलाल बक्शी सम्मान-2004, उ.प्र. हिंदी संस्थान द्वारा साहित्यभूषण सम्मान-2004, उ.प्र. हिंदी संस्थान द्वारा लोहिया सम्मान-2008, भारतीय ज्ञानपीठ में निदेशक। |
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सत्ताइस साल की उमर तकरवीन्द्र कालिया
मूल्य: $ 4.95 सत्ताइस साल की उमर तक पुस्तक का आई पैड संस्करण आगे... |