लेखक:
शान्दोर पैतोफ़ी
हंगरी के क्रान्तिकारी-योद्धा कवि शान्दोर पैतोफ़ी का जन्म 1 जनवरी, 1823 में हंगरी के किशकोरोश गाँव में हुआ था। उन्हें हंगारी साहित्य का ‘क्रान्ति का धूमकेतु’ कहा गया है। पैतोफ़ी की पहली कविता ‘वाइन पीनेवाला’ (1842) शीर्षक से प्रकाशित हुई थी। शराब, प्रेम, रोमांटिक डाकुओं आदि पर उन्होंने लोकगीतों की शैली में कविताएँ लिखीं। लयात्मकता, सादगी, आम सहज भाषा उनकी कविताओं की विशेषता है। पैतोफ़ी अपनी कविताओं और गीतों को ‘लोकगीत’ कहना पसन्द करते थे। सन् 1847 में—पैश्त में मार्च क्रान्ति से एक साल पहले पैतोफ़ी का समग्र साहित्य प्रकाशित हुआ। 31 जुलाई, 1849 को वे युद्धस्थल में शहीद हो गए। |
|
स्वाधीनता, प्यार : शान्दोर पैतोफ़ी की कविताएँशान्दोर पैतोफ़ी
मूल्य: $ 15.95 |