लेखक:
सितांशु यशश्चन्द्र
गुजराती के मूर्धन्य लेखक सितांशु यशश्चन्द्र का जन्म 19 अगस्त, 1941 को भुज, गुजरात में हुआ। गुजराती भाषा में आपके चार से अधिक कविता-संग्रह, छह नाटक और आलोचना-विमर्श की तीन पुस्तकें प्रकाशित हैं और अनेक कृतियों के देश-विदेश की भाषाओं में अनुवाद प्रकाशित हुए हैं। अन्तरराष्ट्रीय फ़लक पर आपने कई संस्थानों, साहित्य-उत्सवों, विश्वविद्यालयों आदि में काव्य-पाठ किए हैं और कई देशों के प्रमुख निर्देशकों ने आपके नाटक मंचित किए हैं। आप फ़ुलब्राइट स्कॉलर रहे हैं और आपको फ़ोर्ड वेस्ट यूरोपियन शोध-वृत्ति भी प्राप्त हुई है। आपने सौराष्ट्र विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में अपनी सेवाएँ दी हैं और यूजीसी के एमेरिटस प्रोफ़ेसर भी रहे हैं। आप एम.एस. विश्वविद्यालय, बड़ौदा में गुजराती भाषा के प्रोफ़ेसर और अध्यक्ष रहे हैं और सोरबॉन विश्वविद्यालय (पेरिस), यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेन्सिलवेनिया, लॉयला मेरीमाउंट यूनिवर्सिटी (लॉस एंजेलिस) और जादवपुर विश्वविद्यालय (कोलकाता) में विज़िटिंग प्रोफ़ेसर भी रहे हैं। आप ‘पद्मश्री’ से विभूषित हैं। आपको ‘साहित्य अकादेमी पुरस्कार’, ‘राष्ट्रीय कबीर सम्मान’, ‘गंगाधर महेर सम्मान’, ‘कवि कुसुमाग्रज राष्ट्रीय पुरस्कार’, ‘नेशनल हारमनी अवार्ड’, ‘रंजीतराम सुवर्ण चन्द्रक’, ‘गुजरात गौरव पुरस्कार’ आदि प्राप्त हुए हैं। फ़िलवक़्त बडोदरा (गुजरात) में रहते हैं। |
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जटायु, रुगोवा और अन्य कविताएँसितांशु यशश्चन्द्र
मूल्य: $ 11.95 |