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लेखक:

सुमन राजे

डॉ. सुमन राजे

जन्म : 23 अगस्त, 1938, उत्तर प्रदेश में।

शिक्षा : लखनऊ विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य में एम.ए. (स्वर्णपदक सहित), पीएच.डी.। कानपुर विश्वविद्यालय से डी. लिट्‌.।

कार्यक्षेत्र : अध्ययन, अध्यापन। आचार्य नरेन्द्रदेव नगरनिगम महिला महाविद्यालय (परास्नातक) के प्राचार्य पद से सेवानिवृत्त।

प्रकाशित रचनाएँ : साहित्येतिहास : संरचना और स्वरूप, साहित्येतिहास : आदिकाल, काव्यरूपसंरचना : उद्भव और विकास, रचना की कार्यशाला आदि (आलोचना)। रेवातट, आदिकालीन काव्यधारा, अपभ्रंश पीठिका आदि (सम्पादित पाठ)। सपना और लाशघर, उगे हुए हाथों के जंगल, यात्रादंश, एरका, इक्कीसवीं सदी का गीत (कविता-संग्रह)। ‘चौथा सप्तक’ की कवसयित्री। इसके अतिरिक्त अनेक शोधपत्र, आलेख एवं नाट्य-रूपान्तर।

पुरस्कार /सम्मान : उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का तुलसी पुरस्कार एवं आचार्य रामचन्द्र शुक्ल पुरस्कार। ऑल इण्डिया इण्टलेक्चुअल फोरम द्वारा शिक्षा एवं साहित्य-जगत में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए अलंकरण।

सम्प्रति : पूर्णरूप से लेखन में संलग्न।

सम्पर्क : 111/98-22, अशोक नगर, कानपुर- 208001 (उत्तर प्रदेश)

हिन्दी साहित्य का आधा इतिहास

सुमन राजे

मूल्य: $ 17.95

हिन्दी साहित्य का आधा इतिहास महिला-लेखन के बने-बनाये पूर्वाग्रहों को तोड़ता है, साँचों को नकारता है, मिथकों को बदलता है और एक नये रचना-कर्म का आविष्कार करता है।

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