लेखक:
विहाग वैभव
विहाग वैभव का जन्म 30 अगस्त, 1994 को अपने ननिहाल ऊदपुर (जौनपुर) में हुआ। गाँव सिकरौर, जिला जौनपुर, उत्तर प्रदेश में विपन्नता और अभावजनित अन्य सामाजिक विद्रूपताओं में बचपन बीता। छुटपन में हुए रोड एक्सीडेंट ने जानलेवा लम्बी न्यूरो बीमारी दी जो किशोर होने तक साथ-साथ रही। हिन्दी की लगभग सभी चर्चित पत्रिकाओं में विहाग की कविताएँ प्रकाशित हैं और मराठी, बांग्ला, असमिया, उड़िया, उर्दू, अंग्रेजी आदि भाषाओं में भी अनूदित व प्रकाशित हुई हैं। साल 2022 में पटना विश्वविद्यालय के परास्नातक के कोर्स में ‘प्रचलित परिभाषाओं के बाहर महामारी’ शृंखला कविता सम्मिलित की गई। विहाग ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से पी-एच.डी. की है। वे प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार’ से सम्मानित हैं। ‘मोर्चे पर विदागीत’ पहला काव्य-संग्रह है। ई-मेल : vihagjee1993@gmail.com |
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मोर्चे पर विदागीतविहाग वैभव
मूल्य: $ 10.95 |