कहानी संग्रह >> पिता पिताधीरेन्द्र अस्थाना
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लेखक पात्र के मन में गहरे उतर कर वहां से उनके चरित्र की सारी अच्छाइयों
इस कहानी संग्रह के पात्र के मन में गहरे उतर कर वहां से उनके चरित्र की सारी अच्छाइयों को बेजोड़ तरीके से अपनी कहानियों में पिरोते हैं। कहानियों के नायक अमूमन महानायक नहीं हैं बल्कि इसी समाज की मजबूरियों
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