नई पुस्तकें >> अट्ठन्नी वाले बाबूजी अट्ठन्नी वाले बाबूजीपवन तिवारी
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इस उपन्यास में गांव की खूबियों के साथ ही कई समस्याओं को भी उजागर किया है।
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
लेखक पवन तिवारी का उपन्यास ‘अठन्नी वाले बाबूजी’ ग्रामीण परिवेश को धुरी बना कर लिखा गया है। इस उपन्यास में गांव की खूबियों के साथ ही कई समस्याओं को भी उजागर किया है। उपन्यास में ग्रामीण परिवेश में रहने वाले ग्रामीणों के जीवन के हर पहलू को बहुत निकटता से प्रस्तुत किया गया है, साथ ही अवधि भाषा के ऐसे शब्दों का प्रयोग किया गया है जो लुप्त होने की कगार पर हैं।
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