कविता संग्रह >> डूबा-सा अनडूबा तारा डूबा-सा अनडूबा ताराकैलाश वाजपेयी
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हिंदी-कविता के विराट लोकतन्त्र में कवि कैलाश वाजपेयी की रचनात्मक नागरिकता मौलिक एवं मुल्यसम्पन्न है…
हिंदी-कविता के विराट लोकतन्त्र में कवि कैलाश वाजपेयी की रचनात्मक नागरिकता मौलिक एवं मूल्यसम्पन्न है। देश और काल के तुमुल कोलाहल में कैलाश वाजपेयी का अकुतोभय स्वर कविता के महाराग को समृद्ध करता है। इस समृद्धि के हीरक हस्ताक्षर 'डूबा-सा अनडूबा तारा' काव्य के प्रत्येक पृष्ठ पर आलोकित हैं।
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