लेख-निबंध >> संशय के साये संशय के सायेसम्पा. अशोक वाजपेयी, उदयन वाजपेयी
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कृष्ण बलदेव वैद की कृतियों की अशोक वाजपेयी और उदयन वाजपेयी द्वारा समीक्षा
कृष्ण बलदेव वैद हमारे समय के एक जरुरी और बड़े लेखक हैं। हर बड़ा लेखक अपनी भाषा, सामाजिक नैतिकता और विधा की सरहदों को तोड़ता या लगभग टूटने तक ठेलता है। वैद साहब की लेखनी में यह तोड़-फोड़ देखी जा सकती है। उनकी हर कृति में शिल्प नया है, कहन का अन्दाज़ नया है और कथ्य भी नया ही।
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