कहानी संग्रह >> भूलना भूलनाचन्दन पाण्डेय
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यांत्रिकता और मानवीयता की कशमकश को बयान करती हुई प्रखर कहानियाँ।
चन्दन पाण्डेय हिंदी की युवतर कथापीढ़ी के प्रखर और प्रतिनिधि रचनाकार हैं। उनका पहला कहानी-संग्रह 'भूलना' कहानी के अद्यतन परिदृश्य को कई तरह से समृद्ध करता है। चन्दन जिस देश-काल में साँस ले रहे हैं वह यान्त्रिकता और मानवीयता की भीषण प्रतिद्वन्द्विता से भरा हुआ है। गिरते हुए जीवन मूल्यों ने प्रतिरोध का जो मोर्चा बनाना आरम्भ किया है उसकी अचूक शिनाख्त 'भूलना' में देखी जा सकती है।
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