लोगों की राय

कहानी संग्रह >> गुलमेंहदी की झाडियाँ

गुलमेंहदी की झाडियाँ

तरुण भटनागर

प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशित वर्ष : 2008
पृष्ठ :152
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 10395
आईएसबीएन :9788126316076

Like this Hindi book 0

तरुण की कहानियों में कथ्य और तथ्य का एक ऐसा युवा ताजापन है जो परिपक्व तो है ही, परिपूर्ण भी है

गुलमेंहदी की झाडियाँ' युवा कथाकार तरुण भटनागर का पहला कहानी-संग्रह इसलिए भी पाठकों का ध्यान आकर्षित करेगा क्योंकि तरुण की कहानियों में कथ्य और तथ्य का एक ऐसा युवा ताजापन है जो परिपक्व तो है ही, परिपूर्ण भी है। सँपेरों की दंतकथाओं, मिथकों के पारम्परिक स्पेस और छाया-प्रतिछाया के अन्यतम जादू में कथाकार ऐसा यथार्थ उपस्थित करता है जो अफगान शरणार्थियों की पीड़ा और जीने की कवायद में जूझते सँपेरों की जीवटता से एक साथ जुड़ता है।

प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: mxx

Filename: partials/footer.php

Line Number: 7

hellothai