उपन्यास >> अमृता अमृतारघुवीर चौधरी
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"युद्ध के बाद अस्तित्व और दर्शन की खोज।"
प्रसिद्ध गुजराती कथाकार रघुवीर चौधरी का 'अमृता' आधुनिक संवेदना का उपन्यास है. केवल तीन ही चरित्र हैं इसमें, जो विशिष्ट रचनानीति के द्वारा चक्रगति पाते हैं. तीनों युवा घनिष्ठ मित्र हैं फिर भी तीनों में द्वन्द्व है क्योंकि ये तीन हैं. उदयन अमृता को पाना चाहता है लेकिन अनपेक्षित अनिकेत बहुत पहले ही उसके करीब आ चुका है. यह वह बिंदु है जहाँ से कथा आरम्भ होती है.
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