गीता प्रेस, गोरखपुर >> अच्छे बनो अच्छे बनोस्वामी रामसुखदास
|
2 पाठकों को प्रिय 445 पाठक हैं |
प्रस्तुत है अच्छे बनो....
मनुष्यमात्र भगवत्प्राप्ति का अधिकारी है और वह प्रत्येक परिस्थिति में भगवान् को प्राप्त कर सकता है-यह इन प्रवचनों का सार विषय है।
|
अन्य पुस्तकें
लोगों की राय
No reviews for this book