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नानी का घर और किस्सा गोगापुर के

प्रकाश मनु

प्रकाशक : प्रभात प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2017
पृष्ठ :192
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 12149
आईएसबीएन :9789386054487

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‘नानी का घर और किस्से गोगापुर के’ प्रकाश मनु की नन्हे-मुन्नों के लिए लिखी गई बड़ी ही रोचक और रसपूर्ण बाल कहानियों का संग्रह है। ये ऐसी बाल कहानियाँ हैं, जिनमें बचपन का हर रंग, हर अंदाज है और नटखटपन से भरी कौतुकपूर्ण छवियाँ भी, जो बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी मुग्ध करती हैं। इनमें बच्चे हैं, उनके सुख-दुःख और सपने भी, और इन्हें फूलों के पराग में कलम डुबोकर तथा खूब रस लेकर लिखा गया है। इन कहानियों में बाल पाठकों को एक भोले और अलमस्त बच्चे कुक्कू की नटखट शरारतें, खेल और मस्ती की रेल-पेल लुभाएगी, जो नानी के घर में आया तो पूरे गोगापुर में जैसे रौनक आ गई। वहाँ हर रोज नए-निराले किस्से सुनाई देने लगे। और ये किस्से ही प्रकाश मनु की इन मजेदार कहानियों की शक्ल में ढलते चले गए।

बरसों तक ‘नंदन’ के संपादन से जुड़े रहे प्रकाश मनु के इस संग्रह में किस्सागोई से भरपूर ऐसी दिलचस्प कहानियाँ हैं, जो बच्चों को एक निराली दुनिया में ले जाएँगी। साथ ही पुस्तक में दो बड़े ही रोचक बाल उपन्यास भी शामिल हैं, ‘चीनू का चिडि़याघर’ और ‘नन्ही गोगो का संसार’, जिनमें नन्हे-मुन्नों के सपनों की उड़ान है और खेल-कूद की अलमस्त दुनिया भी !

‘नानी का घर और किस्से गोगापुर के’ पुस्तक की हर कहानी में बचपन की एक अलग छवि है और नटखटपन से भरी एक हँसती-खिलखिलाती दुनिया ! इसीलिए ये कहानियाँ बच्चों को अपने दोस्त सरीखी लगेंगी। एक बार पढ़ने के बाद वे इन्हें कभी भूलेंगे नहीं और हमेशा एक बहुमूल्य उपहार की तरह सँजोकर रखेंगे।

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