नई पुस्तकें >> गहराइयाँ और ऊँचाइयाँ गहराइयाँ और ऊँचाइयाँश्याम मनोहर
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प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
‘‘रजा पुस्तक माला की यह कोशिश है कि हिंदीतर भारतीय भाषाओं के लेखक क्या लिख-सोच रहे हैं उसका महत्त्वपूर्ण और प्रासंगिक हिस्सा हिंदी में प्रकाशित किया जाय। इसी प्रयत्न के अंतर्गत मराठी लेखक-नाटककार के आलोचनात्मक लेखन के एक संचयन का हिंदी-मराठी विद्वान निशिकांत ठकार द्वारा किया गया अनुवाद यहाँ प्रस्तुत है। हमें उम्मीद है कि ऐसी सामग्री से हिंदी के विचार और आलोचनात्मक चिंतन का परिसर विस्तृत और समृद्ध होगा।’’
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