कहानी संग्रह >> चार यार आठ कहानियाँ चार यार आठ कहानियाँदूधनाथ सिंह
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यह हिंदी कहानी के उस दौर का पुनर्पाठ है जब लेखक-मानस किन्ही सिद्ध, स्वीकृत और स्थापित रूढ़ियों का अनुसरण नहीं कर रहा था
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