स्वास्थ्य-चिकित्सा >> दवाएँ और हम दवाएँ और हमयतीश अग्रवाल
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दवाओं की दुनिया पर प्रकाश डालती यह कृति एक छोटी हैंडबुक है, जिसमें दवाओं से जुड़ी कुछ बहुत बुनियादी बातें और व्यावहारिक पहलू उकेरे गए हैं।
मानव ने अपनी सुरक्षा के लिए दवाओं की एक बहुत बड़ी दुनिया रच ली है। यह उनका ही चमत्कार हे कि जहाँ सौ साल पहले धरती पर आदमी की औसत उम्र 25 से भी कम थी, आज वह दुगुनी-तिगुनी हो गई है। दवाओं की दुनिया पर प्रकाश डालती यह कृति एक छोटी हैंडबुक है, जिसमें दवाओं से जुड़ी कुछ बहुत बुनियादी बातें और व्यावहारिक पहलू उकेरे गए हैं। डॉक्टर के पर्चे में बने संकेत क्या इंगित करते हैं, दवाओं के सुरक्षित प्रयोग के सच्चे मायने क्या हैं, दवाओं के साथ भोजन संबंधी क्या-क्या परहेज जरूरी हैं, प्रमुख दवाओं के साथ अनिवार्य सावधानियाँ क्या हैं, कब कोई दवा दूसरी दवा को पटकी दे सकती है, कब किसे बढ़ावा देकर जीवन मुश्किल कर देती है, इसका एक संक्षिप्त विवरण इस रचना में प्रस्तुत है।
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