उपन्यास >> मेरा दागिस्तान मेरा दागिस्तानरसूल हमज़ातोव
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किस्सागोई की शैली को एक नया आयाम देनेवाली यह अनूठी कृति एक हद तक आत्मकथात्मक है।
प्रगीतात्मक शैली में लिखे गए इस उपन्यास में कथानक का कोई सुनिश्चित ढांचा नहीं है। किस्सागोई की शैली को एक नया आयाम देनेवाली यह अनूठी कृति एक हद तक आत्मकथात्मक है। यह जीवनानुभवों का संस्मरणात्मक ब्योरा है, कहीं यह एकालाप जैसी है तो कहीं-कहीं आत्मस्वीकृतियों का रूप ले लेती है। ...धीरे-धीरे, और मानो अनजाने ही, रसूल हमजातोव की प्रस्तावित पुस्तक की ‘प्रस्तावना’ मातृभूमि, उसे प्यार करनेवाले बेटे के रवैये, कवि के दिलचस्प और कठिन कर्त्तव्य, उससे कुछ कम कठिन और कम दिलचस्प न होनेवाले नागरिक के कर्त्तव्य से सम्बंधित अपने में सम्पूर्ण और सारगर्भित पुस्तक का रूप ले लेती है।
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