स्वास्थ्य-चिकित्सा >> नारी स्वास्थ्य और सौन्दर्य नारी स्वास्थ्य और सौन्दर्ययतीश अग्रवाल
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..न सिर्फ स्त्रियों के लिए, बल्कि पुरुषों के लिए भी एक पठनीय पुस्तक
जीवन में सुख और खुशियों के रंग भरने के लिए अपनी देह और मन के बारे में जानना हर स्त्री के लिए ज़रूरी है। इसी से वह अपने भीतर के रचना संसार, उसकी बनावट और व्यवहार को ठीक से समझ सकती है और सामान्य–असामान्य की पहचान कर सकती है। अत्यंत सरल और दिलचस्प शैली में रची गई यह पुस्तक नारी शरीर की दुनिया, मासिक धर्म और उससे जुड़े विकारों, जनन अंगों के रोगों, संतान की चाह पूरी करने के नूतन उपायों, अनचाहे गर्भ से बचे रहने के तरीकों, गर्भाश्य और स्तन के कैंसरों, विविध जाँच–परीक्षणों, रूप–सौंदर्य आदि पर प्रामाणिक व्यावहारिक जानकारी का खज़ाना है। इन विषयों पर आपके हर सवाल का नारी स्वास्थ्य और सौंदर्य में समाधान प्रस्तुत है। नारी, स्त्री, अंबा, वामा शब्द कैसे बने? किशोरावस्था, यौवन और जीवन के अलग–अलग चरणों में शरीर के भीतर क्या–क्या परिवर्तन आते हैं? मासिक धर्म के दिनों में अपनी देखभाल कैसे करें? गर्भाश्य की रसौली, बच्चेदानी के नीचे सरकने, एंडोमेट्रियोसिस, यू–टी–आई– जैसे रोगों का क्या इलाज है? स्तन में हुई गिलटी का क्या समाधान है? काम–क्रीड़ा में कष्ट होने पर निजात के क्या तरीके हैं? मासिक धर्म में दर्द, अधिक खून जाने पर क्या करें? योनिस्राव के क्या–क्या कारण हैं और उनका इलाज क्या है? गर्भ–निरोध के लिए कौन–सा साधन उत्तम है? संतान न होने के क्या कारण हैं और इनका क्या इलाज है? सुंदर–सलोना रूप पाने के क्या–क्या उपाय हैं? बालों और त्वचा की देखभाल कैसे करनी चाहिए? और भी बहुत कुछ न सिर्फ स्त्रियों के लिए, बल्कि पुरुषों के लिए भी एक पठनीय पुस्तक
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