नारी विमर्श >> स्त्रियों की पराधीनता स्त्रियों की पराधीनताजॉन स्टुअर्ट मिल
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पुरुष-वर्चस्ववाद की सामाजिक-वैधिक रूप से मान्यता प्राप्त सत्ता को मिल ने मनुष्य की स्थिति में सुधार की राह की सबसे बड़ी बाधा बताते हुए स्त्री-पुरुष सम्बन्धों में पूर्ण समानता की तरफदारी की है।
- इस श्रृंखला के बारे में
- उन्नीसवीं शताब्दी में स्त्री-प्रश्न और जॉन स्टुअर्ट मिल
- स्त्रियों की पराधीनता
- अध्याय दो
- अध्याय तीन
- अध्याय चार
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