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जीवनी/आत्मकथा >> वो तेरे प्यार का गम

वो तेरे प्यार का गम

ईश मधु तलवार

प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2014
पृष्ठ :88
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 14395
आईएसबीएन :9788126726530

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दान सिंह जी उन खुश नसीबों में से थे जो बहुत कम समय फिल्म जगत में रहकर और बहुत कम काम करके अमर हो गए।

दान सिंह का निधन मैलोडी के लिए बड़ा नुकसान है। मैं उन्हें मूल्यों और गरिमा में गहरा विश्वास रखने वाले इनसान के रूप में याद करता हूं। —गुलज़ार, मशहूर गीतकार दान सिंह जी की धुनों से सजा गीत—वो तेरे प्यार का गम—मेरे पिताजी (मुकेश) के गाये सर्वश्रेष्ठ गीतों में से एक था। —नितिन मुकेश, प्रसिद्ध गायक वरिष्ठ संगीतकार दान सिंह जी ने 'माइ लव' के रूप में फिल्मी संगीत को ऐसा तोहफा दिया है जिसकी चमक कोहिनूर हीरे जैसी है। जब भी अच्छे और पायेदार फिल्मी संगीत की बात होगी तो 'माइ लव' के संगीत को शायद नहीं भूला जाएगा। दान सिंह जी उन खुश नसीबों में से थे जो बहुत कम समय फिल्म जगत में रहकर और बहुत कम काम करके अमर हो गए। —इरशाद कामिल, मशहूर फिल्म गीतकार जयपुर के पत्रकार ईशमधु तलवार ने किसी ज़माने में ख्याति पाए संगीतकार दान सिंह, जिनके मृत होने की अफ़वाह थी, को जीवित खोज निकाला और तनहा गुमशुदा-सी जि़ंदगी के अंधेरों से वे बाहर आए। —जयप्रकाश चौकसे, प्रसिद्ध फिल्म समीक्षक दान सिंह जी के संगीत की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वो अपने समय के सभी दिग्गजों के बीच अपनी अलग धारा चले, पक्की और मधुर धुनों के साथ-साथ दान सिंह ने कविता की ऊंचाई को भी कायम रखा। यूनुस खान, मशहूर रेडियो एनाउंसर, विविध भारती, मुंबई

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