आलोचना >> मोहन राकेश के कथासाहित्य में सर्वनाम प्रयोग मोहन राकेश के कथासाहित्य में सर्वनाम प्रयोगडॉ. सुजाता चतुर्वेदी
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मोहन राकेश के कथासाहित्य में सर्वनाम प्रयोग
समर्पण
समर्पित.....परम शक्ति को
नमन उसे जिसने...
भाव को वाणी दी,
वाणी को शब्द दिए,
शब्दको अर्थ दिए,
अर्थ में शक्ति दी,
शक्ति में विनय दी,
विनय में कृतज्ञता ....
कृतज्ञता में समर्पित मैं....
विनीत... नतमस्तक !!!!
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- अनुक्रमणिका
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