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भारतीय जीवन और दर्शन >> एकात्म मानव दर्शन

एकात्म मानव दर्शन

डॉ. श्याम बाबू गुप्त

प्रकाशक : आराधना ब्रदर्स प्रकाशित वर्ष : 2019
पृष्ठ :119
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 16178
आईएसबीएन :9788193959008

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एकात्म मानव दर्शन

आत्मनिवेदन

अर्थशास्त्र का कार्य सिद्धान्त प्रतिपादन नहीं है; अपितु वर्तमान सन्दर्भ में सिद्धान्तों की विवेचना कर सुयोग्य व्यवस्था का निर्माण करना भी है; जिस पर चल कर अधिकतम मानव कल्याण किया जा सकता है। यदि अर्थशास्त्र ऐसा नहीं कर सका तो अर्थशास्त्र  'अर्थशास्त्र' नहीं अनर्थशास्त्र हो जायेगा।

  • अन्त्योदय
  • (सर्व स्पर्शी व्यवस्था)
  • गाँव गरीब किसान
  • झोपड़ियों का इन्सान
  • बेरोजगार नौजवान
  • महिलाओं का सम्मान
  • नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाओं का प्रावधान
  • बच्चों को शिक्षा का वरदान
  • सबका विकास सबका उत्थान

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    अनुक्रम

  1. अनुक्रमणिका

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