हास्य-व्यंग्य >> रंगीली दुनिया रंगीली दुनियासुरेन्द्र मोहन पाठक
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चुटचुलों का एक हंगामाखेज संकलन
चुटकुलों का एक हंगामाखेज संकलन, जिसकी एक विशेषता यह भी है कि आप इसे शुरू से, आखिर से, बीच में से यानि कि कहीं से भी पढ़ना आरम्भ कर सकते हैं। किसी अन्य रचना की तरह इसे शुरू से शुरू करना जरूरी नहीं। इसे कहीं से भी खोल लीजिये और फिर पढ़ते-पढ़ते इतना हंसिये कि पड़ोसी पुलिस को या पागलखाने को फोन करने की सोचने लगे।
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