लोगों की राय

नई पुस्तकें >> जितनी हँसी तुम्हारे होंठों पर

जितनी हँसी तुम्हारे होंठों पर

जितेन्द्र श्रीवास्तव

प्रकाशक : सेतु प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :168
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 16556
आईएसबीएन :9789392228940

Like this Hindi book 0

5 पाठक हैं

मैं तुम्हें प्रेम करता हूँ

मैं तुम्हें प्रेम करता हूँ

इसलिए तुम्हारी देह को भी प्रेम करता हूँ

मैं आकर्षण से भरा हूँ तुम्हारी देह के लिए

इसलिए करता हूँ तुमको प्रेम

यह कहना असंगत होगा पूरी तरह

सखी ! ओ सखी !!

प्रेम में होती है देह

पर देह के बिना भी होता है प्रेम।

प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: mxx

Filename: partials/footer.php

Line Number: 7

hellothai