नई पुस्तकें >> सुबोध सुकृति - मुक्तक सुबोध सुकृति - मुक्तकडॉ. सुबोध कुमार तिवारीडॉ. पूर्णिमाश्री तिवारी
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डा. सुबोध कुमार तिवारी का काव्य-संसार - मुक्तक
सम्पादकीय.....
पेशे से चिकित्सक, मिलनसार, मृदुभाषी, सरल, ओजस्वी वाणी; डाक्टर सुबोध तिवारी की कविता रचना का वृहद संसार ढेर सारी विविधताओं के साथ हम परिवार के लिए हतप्रभ करने वाला साबित हुआ। हम सब यह तो जानते थे कि डा. सुबोध कवि हृदय हैं, लेखन करते हैं, किन्तु लेखन का भण्डार इतनी तादाद में किया होगा, यह नहीं जानते थे।
कैंसर के क्रूर हाथों से छले जाने के कारण डा तिवारी का अवदान 22 जनवरी 2023 को हो गया। इस क्षति के बाद मैंने उनकी रचनाओं को प्रकाशित करने के उद्देश्य से जब उसे करीब से देखा-पढ़ा, तो मेरे लिए अचरज ही था कि लगभग 600 से ऊपर रचनाओं का संग्रह उनके द्वारा रचित था। विश्व व देश की कोई भी घटना, समस्या, निदान, प्रकृति, भू-दोहन, अंधविश्वास व धर्म, सांस्कृतिक सभी पर अपनी रचना लेखनी चलाई। चिकित्सक के रूप में भी सफल चिकित्सक रहे व अपनी लेखनी भी किसी साहित्यकार से कम नहीं चलाई। मेडिकल समस्या व उपचार पर भी आपने अपने विचारों को दर्ज किया है। आशुकवि का रूप भी उनमें दिखाई देता है, कादम्बिनी आशु प्रतियोगिता में पुरस्कृत रहे। राष्ट्रीय चेतना से ओतप्रोत गीत, कविता, छंद, दोहे के अतिरिक्त भक्ति रस की बयार भी उनकी कविताओं की विशेषता रही है। मुक्तक भी बड़ी संख्या में रचित किये। उनके विषय भी बहुत विविधता से भरे हुए हैं। अतः डा. तिवारी के मुक्तक के लिए मुझे एक अलग पुस्तक का विचार करना पड़ा।
डा. सुबोध की रचनाओं को सुन्दर ढंग से समाज परिवार के सामने प्रस्तुत कर सकूँ, जिससे लेखक की कलात्मक क्षमता का परिचय करवाने के साथ, हिन्दी जगत व कला प्रेमियों के बीच प्रस्तुति का मेरा प्रयास इस पुस्तक के रूप में प्रस्तुत है।
- पूर्णिमाश्री तिवारी
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