नई पुस्तकें >> गोवा के पारंपरिक खेल गोवा के पारंपरिक खेलडॉ. भूषण भावे
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विभिन्न भाषा, संस्कृति, धर्म, मान्यताओं वाले छोटे से राज्य में पूरी दुनिया से आने वाले पर्यटक एक जीवंत राज्य बनाते हैं। यदि गोवा को वैश्विक राज्य कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगा। चूँकि राज्य में बहुत सी देशी और विदेशी संस्कृतियों का समावेश है, अतः यहाँ के पारंपरिक खेलों में स्थानीय व वैश्विक प्रभाव एकसाथ दिखते हैं। हमारे बच्चों के लिए परंपरा और संस्कृति से जुड़ना महत्वपूर्ण है, और पारंपरिक खिलौनों और खेलों से बेहतर साधन क्या हो सकता है ? इसी दिशा में यह पुस्तक गोवा के पारंपरिक खेलों को पुनर्जीवित करने का प्रयास है।
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