उपन्यास >> फेरा फेरातसलीमा नसरीन
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प्रस्तुत लेखक बांग्लादेश की प्रगतिवादी लेखिका तसलीमा नसरीन द्वारा लिखत है जिसका अनुवाद किया है अमर गोस्वामी ने। लहभाग 100 पृष्ठ का यह उपन्यास स्त्री के जीवन के ऐसे पहलुओं को उजागर करती है जो आमतौर पर अनदेखी ही रह जाती है। स्त्री जीवन के संघर्ष और कदम-दर-कदम झेलनी वाली परेशानियों का चिट्ठा है।
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