कहानी संग्रह >> आहा रसगुल्ले आहा रसगुल्लेप्रकाश मनु
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आहा रसगुल्ले कहानी-संग्रह में बारह कहानियाँ हैं, जिनमें बच्चों की अलमस्त दुनिया के नए-नए रंग-रूप, हँसी-खुशी, मस्ती और नटखट शरारतें हैं। ये कहानियाँ जाने-अनजाने ही खेल-खेल में बच्चों को जीवन की बड़ी-बड़ी बातें भी सिखा देती हैं। ‘हवा दीदी का सर्कस’ में हवा दीदी के तरह-तरह के खेल तमाशे देखकर मगन होने वाला निक्का हो, या फिर ‘किस्सा मिठाईलाल का’ में मिठाई खाने का शौकीन बिरजू, ‘थैंक्यू मिस्टर गुड़हल’ में गुड़लल की प्यार भरी छाप हर किसी के कपड़ों पर लगाने वाला कुप्पु, या फिर ‘नाचा जब बिल्ली का बच्चा’ कहानी की सान्या, सभी पात्र और कहानियाँ एक दूसरे से अलग हैं। ये कहानियाँ इतनी मोहक हैं कि बच्चे इन्हें पढ़े बिना रह नहीं पाएँगे।
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