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हास्य-व्यंग्य >> बस का टिकट

बस का टिकट

गंगाधर गाडगिल

प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशित वर्ष : 2004
पृष्ठ :215
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 17
आईएसबीएन :8126310723

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प्रस्तुत है एक समर्थ हास्य-व्यंग्यकार की महत्त्वपूर्ण कृति का नया संस्करण।

10 Pratinidhi Kahaniyan (Aabid Surti)

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

दरअसल विशिष्ट सामाजिक जीवन की सम्बद्धता और बौद्धिक विशिष्टता की सीमाओं को न मानने वाली गंगाधर गाडगिल की हास्य प्रवृत्तियों ने घेरों को कभी नहीं माना। परम्परा की कतिपय प्रवृत्तियों और समानताओं के बावजूद गाडगिल जी के हास्य-व्यंग्य की अपनी अलग अस्मिता रही है। परम्परा को नये आयाम दिलाने के साथ गाडगिल उन नवीन प्रवृत्तियों को भी गढ़ते हैं जिनका संकेत तक परम्परा में नहीं है। प्रस्तुत है एक समर्थ हास्य-व्यंग्यकार की महत्त्वपूर्ण कृति का नया संस्करण।


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