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स्वप्न सिद्धान्त

योगीराज यशपाल जी

प्रकाशक : रणधीर प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2013
पृष्ठ :92
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 17157
आईएसबीएन :0

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"भविष्य की कुंजी : स्वप्न सिद्धान्त और अंक गणित का ज्ञान"

प्राचीन परम्परा है कि स्वप्न भविष्य विषयक ज्ञान प्रदानन करते हैं। अब योगीराज यशपाल ‘भारती’ ने स्वप्न सिद्धान्त को एक नई दिशा प्रदान की है।

प्रस्तुत पुस्तक ‘स्वप्न सिद्धान्त’ से स्वप्न सिद्धान्त तो समझ में आयेगा ही स्वप्नों के शुभाशुभ फल के अतिरिक्त स्वप्नों से अंक निकालने का ज्ञान भी प्राप्त होगा जो लाटरी से लाभ कराने में सहायक होगा। स्वप्न गणित पर यह पहली पुस्तक है जिसे पढ़कर लाभ मार्ग प्रशस्त होगा।

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