नई पुस्तकें >> 1789 : फ्रांस की क्रान्ति 1789 : फ्रांस की क्रान्तिप्रो. प्रमोद कुमार
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"फ्रांसीसी क्रांति : आधुनिक राजनीति और समाज का जन्म"
मानव इतिहास में आधुनिक काल की सबसे पहली क्रांति , निःसंदेह , 1789 की फ्रांसीसी क्रांति ही है। इसे वास्तविक अर्थों में एक सच्ची क्रांति माना गया। इसने 1688 के इंग्लैंड की गौरवशाली क्रांति की भांति केवल सम्राट पर संसद की सर्वोच्चता को स्थापित नहीं किया , न ही 1776 की अमरीकी क्रांति की तरह केवल राजा के स्थान पर राष्ट्रपति प्रणाली की शुरुआत की, बल्कि तत्कालीन फ्रांस के सभी राजनीतिक, सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक संबंधों, मूल्यों एवं आदर्शों को धूल-धुसरित कर एक बिल्कुल ही नए समाज तथा राजनीति के जन्म का मार्ग प्रशस्त कर दिया। आधुनिक इतिहास की यह पहली क्रांति है, जिसमें पूरी क्रांति के लिए, इसके किसी एक प्रणेता को श्रेय नहीं दिया जा सकता है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यही रही है कि इसके प्रत्येक दौर में नेतृत्व का एक नया वर्ग उभरकर सामने आ जाता रहा। स्वयं भारत का स्वतंत्रता संग्राम भी इसके मूल्यों और आदर्शों से कुछ कम प्रभावित नहीं हुआ था। राजा राम मोहन राय से लेकर महात्मा गांधी तक ने इस क्रांति के आदर्शों से अनेक शिक्षाएं ग्रहण की थी।
अनुक्रम
★ प्रस्तावना
★ आशियां युग
★ राष्ट्रीय सभा
★ संविधान सभा
★ विधान सभा
★ राष्ट्रीय सम्मेलन
★ आतंक का गणतंत्र
★ पटाक्षेप
★ फ्रांसीसी क्रांति और इतिहास लेखन
★ टिप्पणी
★ संदर्भ ग्रंथ
★ परिशिष्ट
★ अनुक्रमणिका
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