नई पुस्तकें >> नागार्जुन : चयनित कविताएँ नागार्जुन : चयनित कविताएँमैनेजर पाण्डेय
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"नागार्जुन : प्रकृति, संस्कृति और समाज का समग्र काव्य दृष्टिकोण"
नागार्जुन की कविता की दुनिया में भारत की व्यापकता और विविधता ही नहीं है, यहां की प्रकृति के विभिन्न रूपों के मोहक और चकित करने वाले सौंदर्य के असंख्य चित्र हैं। साथ ही भारतीय संस्कृति के विभिन्न पक्षों की पहचान और अभिव्यक्ति भी है। नागार्जुन की समग्रतावादी काव्य दृष्टि केवल भारत की प्रकृति के सौंदर्य और संस्कृति की बहुलता तक सीमित नहीं है, वह भारतीय समाज और संस्कृति में मौजूद विकृतियों को भी पहचानती है और उनकी तीखी आलोचना भी करती है। इस संग्रह में यह प्रयत्न है कि कवि की रचनाशीलता के सभी रूपों और पक्षों का प्रतिनिधित्व हो। नागार्जुन चार भाषाओं में कविता लिखते थे। इस संग्रह में उन चारों भाषाओं-हिंदी, मैथिली, संस्कृत और बांग्ला की प्रतिनिधि कविताओं को संकलित किया गया है।
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