अतिरिक्त >> क्रिकेट कीर्तन क्रिकेट कीर्तनभगवती पॉकेट बुक्स
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जहाँ जाइएगा क्रिकेट पाइएगा। राजनीति के गलियारों से लेकर गली के नुक्कड़ तक, दफ्तर के बाबुओं से लेकर कल के होनहारों तक गेंद और बल्ले की बहार है, कैच की चमकार है। ऐसे में भला हमारे व्यंग्यकार कैसे चूक जाते...
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
जहाँ जाइएगा क्रिकेट पाइएगा। राजनीति के गलियारों से लेकर गली के नुक्कड़ तक दफ्तर के बाबुओं से लेकर कल के होनहारों तक गेंद और बल्ले की बहार है, कैच की चमकार है। ऐसे में भला हमारे व्यंग्यकार कैसे चूक जाते। क्रिकेट के लिए क्रिकेट की भाषा में क्रिकेट की तरह व्यंग्यकारों ने ऐसी शानदार गेंदबाजी और बल्लेबाजी की है कि उनकी ऑलराउंडर प्रतिभा के सामने सारे क्रिकेट प्रेमी चारों खाने चित्त। हिन्दी के व्यंग्यकारों के इसी क्रिकेट कौशल की बानगियाँ एकत्र हैं क्रिकेट कीर्तन में।
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