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कुणाल गीत
कुणाल गीत
प्रकाशक :
साहित्य सदन |
प्रकाशित वर्ष : 2001 |
पृष्ठ :120
मुखपृष्ठ :
पेपरबैक
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पुस्तक क्रमांक : 2509
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आईएसबीएन :00000 |
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7 पाठकों को प्रिय
97 पाठक हैं
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प्रस्तुत है कुणाल के जीवन का चित्रण...
गुप्त जी के काव्य में मानव-जीवन की प्रायः सभी अवस्थाओं एवं परिस्थितियों का वर्णन हुआ है। अतः इनकी रचनाओं में सभी रसों के उदाहरण मिलते हैं। प्रबन्ध काव्य लिखने में गुप्त जी को सर्वाधिक सफलता प्राप्त हुई है।
गुप्त जी की प्रसिद्ध काव्य-रचनाएँ-साकेत,यशोधरा,द्वापर,सिद्धराज, पंचवटी, जयद्रथ-वध, भारत-भारती, आदि हैं। भारत के राष्ट्रीय उत्थान में भारत-भारती का योगदान अमिट है।
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