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कविता संग्रह >> पृथ्वीपुत्र

पृथ्वीपुत्र

मैथिलीशरण गुप्त

प्रकाशक : साहित्य सदन प्रकाशित वर्ष : 2003
पृष्ठ :40
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2511
आईएसबीएन :00000

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प्रस्तुत है पृथ्वी पुत्र काव्य संग्रह,.....

पृथ्वी सूर्य का एक टुकडा है जो किसी समय उससे टूट कर करोड़ों वर्षों तक जलते रहने के पश्चात् ठंढा हुआ था। और तब जीवों की उत्पत्ति हुई थी।

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