लोगों की राय

मनोरंजक कथाएँ >> मुल्ला नसीरुद्दीन की कहानियाँ

मुल्ला नसीरुद्दीन की कहानियाँ

सत्यजित राय

प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2006
पृष्ठ :64
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2698
आईएसबीएन :81-267-0242-7

Like this Hindi book 18 पाठकों को प्रिय

378 पाठक हैं

प्रस्तुत है श्रेष्ठ कहानी संग्रह...

Mulla Nasiruddin ki Kahaniyan

प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश

जिस प्रकार खीर के साथ मीठा, और रसगुल्ले के साथ रस जुड़ा है, उसी तरह मुल्ला नसीरूदीन की कहानियों में कौतुहल भी अनिवार्य रूप से सन्हित है। प्रायः एक हजार साल के अरसे से मुल्ला नसीरूद्दीन की कहानियाँ पृथ्वी के अनेक देशों के लोगों की जबान पर जीवित हैं। सुगठित और रस से भरपूर यह संकलन वास्तव में रस से भरे पके अँगूरों का एक गुच्छा है जिसे ओठों से छुआते ही हँसी फूट पड़ती है।

सुनने में आता है कि मुल्ला नसीरूदीन ने एक बार कहा था, कि इस जन्म में यदि मृत्यु न हो तो मुझे हैरानी होगी। आज वे चाहें जिसे भी लोक में हों, यह वास्तव में विस्मयजनक है क्योंकि उनकी मृत्यु नहीं हुई है। उनके नाम से प्रचलित असंख्य रस भरी कहानियों से आज भी मुल्ला नसीरूद्दीन देश-देशांतर के अनेक रसिक जनों के बीच अमर हुआ हैं। मुल्ला की ऐसी ही कुछ कालजयी कहानियों का चयन करके सत्यजीत रे ने यह संकलन प्रस्तुत किया है।

प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: mxx

Filename: partials/footer.php

Line Number: 7

hellothai