मनोरंजक कथाएँ >> मुल्ला नसीरुद्दीन की कहानियाँ मुल्ला नसीरुद्दीन की कहानियाँसत्यजित राय
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प्रस्तुत है श्रेष्ठ कहानी संग्रह...
Mulla Nasiruddin ki Kahaniyan
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
जिस प्रकार खीर के साथ मीठा, और रसगुल्ले के साथ रस जुड़ा है, उसी तरह मुल्ला नसीरूदीन की कहानियों में कौतुहल भी अनिवार्य रूप से सन्हित है। प्रायः एक हजार साल के अरसे से मुल्ला नसीरूद्दीन की कहानियाँ पृथ्वी के अनेक देशों के लोगों की जबान पर जीवित हैं। सुगठित और रस से भरपूर यह संकलन वास्तव में रस से भरे पके अँगूरों का एक गुच्छा है जिसे ओठों से छुआते ही हँसी फूट पड़ती है।
सुनने में आता है कि मुल्ला नसीरूदीन ने एक बार कहा था, कि इस जन्म में यदि मृत्यु न हो तो मुझे हैरानी होगी। आज वे चाहें जिसे भी लोक में हों, यह वास्तव में विस्मयजनक है क्योंकि उनकी मृत्यु नहीं हुई है। उनके नाम से प्रचलित असंख्य रस भरी कहानियों से आज भी मुल्ला नसीरूद्दीन देश-देशांतर के अनेक रसिक जनों के बीच अमर हुआ हैं। मुल्ला की ऐसी ही कुछ कालजयी कहानियों का चयन करके सत्यजीत रे ने यह संकलन प्रस्तुत किया है।
सुनने में आता है कि मुल्ला नसीरूदीन ने एक बार कहा था, कि इस जन्म में यदि मृत्यु न हो तो मुझे हैरानी होगी। आज वे चाहें जिसे भी लोक में हों, यह वास्तव में विस्मयजनक है क्योंकि उनकी मृत्यु नहीं हुई है। उनके नाम से प्रचलित असंख्य रस भरी कहानियों से आज भी मुल्ला नसीरूद्दीन देश-देशांतर के अनेक रसिक जनों के बीच अमर हुआ हैं। मुल्ला की ऐसी ही कुछ कालजयी कहानियों का चयन करके सत्यजीत रे ने यह संकलन प्रस्तुत किया है।
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