चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट >> किलकारी किलकारीरमेश द्विवेदी
|
7 पाठकों को प्रिय 338 पाठक हैं |
बाल-कविताओं का अनूठा संग्रह.....
बिल्ली और चूहे के शादी, लट्टू और टट्टू की टक्कर, मेंढ़क-मछली और तोता-मैना की बातें मास्टर जी ने देखा अंदर, कक्षा में बैठे थे बंदर, शेरनी ने शेर को दी ललकार और सब कुछ हो गया बंटाधार। हँसती-गुदगुदातीं बाल-कविताओं और रंग-बिरंगे चित्रों का अनूठा संग्रह।
|
लोगों की राय
No reviews for this book