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यशस्विनी रानी दुर्गावती

कमला शर्मा

प्रकाशक : सी.बी.टी. प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2006
पृष्ठ :70
मुखपृष्ठ :
पुस्तक क्रमांक : 3992
आईएसबीएन :81-7011-808-5

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रानी दुर्गावती की अमर कहानी....

अकबर ने रानी दुर्गावती को पत्र भेजकर जैसे चेतावनी दी...वीरांगना रानी ने अकबर का पत्र तो फाड़कर फेंक दिया और जवाब भिजवा दिया।...अकबर दुर्गावती के जवाब से तिलमिला उठा। उसने दुर्गावती को स्वर्ण-निर्मित एक चरखा भेजा। इसका अर्थ था कि तुम स्त्री हो। घर में बैठकर चरखा चलाओ। दुर्गावती ने ईंट का जवाब पत्थर से दिया। वह जवाब क्या था। यह सब जानने के लिए पढ़िए, मातृभूमि की रक्षा के लिए प्राणोत्सर्ग करने वाली यशस्विनी रानी दुर्गावती की अमर कहानी।

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