आचार्य श्रीराम शर्मा >> अन्त्याक्षरी पद्य-संग्रह अन्त्याक्षरी पद्य-संग्रहश्रीराम शर्मा आचार्य
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जीवन मूल्यों को स्थापित करने के लिए अन्त्याक्षरी पद्य-संग्रह
(ऋ)
ऋतम्भरा माँ तुम्हें प्रणाम। प्रांजल प्रज्ञा तुम्हें प्रणाम।।
ऋषि के बचन सुनाने देश, विदेश सभी में हम जायेंगे।
गुरु के वचन सुनाने देश, विदेश सभी में हम जायेंगे॥
ऋषियों की धरती यह इसका, गौरव पुनः बढ़ायेंगे।
दुनिया जिसकी करे अनुगमन, ऐसा राष्ट्र बनायेंगे।।
ऋषियों के तप त्याग तेज गुण, मानव धर्म महान की।
भूली हुई कहानी फिर से, याद करो बलिदान की।।
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